Who is Varun Chakravarthy: दोस्तों कहते है अगर आप सपने देख सकते हे तो उसे पूरा भी कर सकते हे, और आज हम ऐसे खिलाड़ी के बारे बात करने जा रहे है जिसने ऐसा ही एक सपना देखा था और आज वे उन्हे हकीकत मे जी रहे है।
जी हा, हम बात कर रहे है इंडिया के उभरते हुए मिस्ट्री स्पिनर Varun Chakravarthy की, जैसे हर किसी व्यक्ति का कोई ना कोई सपना जरूर होता है वैसे ही वरुण ने भी क्रिकेटर बनने का सपना देखा था, लेकिन हम सब जानते है की सपने देखना और उसे पूरा करने मे काफी अंतर होता है।
आइए जानते है, Varun Chakravarthy ने अपने सपने को पूरा करने मे कितनी मुश्किलों का सामना किया है उनकी पूरी कहानी यहा पर दी गई है।

Who is Varun Chakravarthy ?
Varun Chakravarthy एक उभरते हुए भारतीय क्रिकेटर है जिन्होंने अपनी मिस्ट्री रहस्यमई गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है। वरुण का जन्म 29 अगस्त, 1991 मैं कर्नाटक के बिडर जिल्ले मैं हुआ था। उनके पिता का नाम विनोद चक्रवरती है जो BSNL(Bharat Sanchar Nigam Limited) कंपनी मैं ITS ऑफिसर रह चुके है।
वरुण ने अपनी स्कूली शिक्षा चेन्नई के केन्द्रीय विद्यालय (CLRI) और सेंट पैट्रिक एंग्लो इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल में की। वरुण को बचपन से ही क्रिकेट खेलना पसंद था। उन्होंने अपनी 13 साल की उम्र मे ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। वरुण ने अपने क्रिकेट करीयर की शुरुआत एक विकेट कीपर बल्लेबाज के तौर से की थी।
कैसे एक आर्किटेक्ट बना क्रिकेटर
Varun Chakravarthy अपने एक इंटरव्यू मे बताते है की वे जब स्कूल मे थे तब उन्होंने एक विकेट कीपर बेट्समेन के तौर पर क्रिकेट खेलना शुरू किया था तभी उनकी उम्र महेज 13 साल की ही थी।
वरुण कहते है की उन्होंने एक बेट्समेन की भूमिका मे करीबन 20 से 40 बार सिलेक्शन दिया, लेकिन हर बार उनको निराशा ही हाथ लगि, इसी निराशा की वजह से उन्होंने फैसला किया की वे अब क्रिकेट नहीं खेलेंगे।

16 साल की उम्र मैं वरुण ने फैसला किया की वे अब क्रिकेट छोड़ के पढ़ाई पे ध्यान देंगे और उन्होंने SRM University से आर्किटेक्ट की पढ़ाई शुरू कर दी। 5 साल की आर्किटेक्ट की पढ़ाई के बाद उन्होंने 3 साल आर्किटेक्ट की जॉब भी की, लेकिन शायद उनके नसीब मे क्रिकेट खेलना ही लिखा होगा इस वजह से वरुण ने वो जॉब भी छोड़ दी और 8 साल के बाद उन्होंने फिरसे क्रिकेट मे Comeback करने की ठानी, लेकिन इस बार उन्होंने सोचा की वे तेज गेंदबाजी मे हाथ आजमाएंगे लेकिन मानों मुसीबते उनके पीछे पीछे चलती गई, 1 साल के अंदर उनके घुटनों मे चोट लग गई।
घुटने मे चोट लगने के कारण वरुण को तेज गेंदबाजी भी छोड़नी पड़ी, लेकिन वरुण ने हार नहीं मानी और अब उनके पास एक आखरी मौका था जो था स्पिन गेंदबाजी का। लेकिन स्पिन गेंदबाजी मे भी हाथ बिठाना मुश्किल था मगर कहते है की “फिक्र करता है क्यूँ, फिक्र से होता है क्या और कर ले आज खुद पे भरोसा देख फिर होता है क्या” आखिरकार 2 साल की कड़ी मेहनत के बाद Varun Chakravarthy ने अपनी गेंदबाजी पे ऐसी महारत आसिल कर ली की आज बड़े बड़े बल्लेबाज भी उनकी गेंद पकड़ नहीं पाते।
TNPL के शानदार प्रदर्शन ने दिलाई IPL मैं एंट्री
Varun Chakraverthy एक इंटरव्यू मे बताते है की उन्होंने एक क्लब से क्रिकेट खेलना शुरू किया और उस क्लब से खेलते हुए उन्होंने अच्छी गेंदबाजी का प्रदर्शन किया, इसी कारण उनको IPL की 2 सबसे अच्छी टीमें CSK, और KKR ने उनको नेट बोलिंग के लिए बुलाया गया। CSK और KKR की टीम मे अच्छी नेट बोलिंग करने के कारण उनको तमिलनाडु की प्रसिद्ध क्रिकेट लीग TNPL मे पिक कर लिया गया।

TNPL मे वरुण ने मधुराई पेंथर्स की और से खेलते हुए 4.70 की औसत से 9 विकेट्स चटकाए और अपनी टीम को पहेला TNPL ट्रॉफी जीतने मे अहम भूमिका निभाई। वरुण ने अपने तमिलनाडु के लिए List A डैब्यू 2018-19 विजय हज़ारे ट्रॉफी मे किया जहा पर उन्होंने तमिलनाडु की और से सबसे ज्यादा विकेट लिए। वरुण के इस शानदार प्रदर्शन से किंग्स एलेवन पंजाब (पंजाब किंग्स) ने उनको 8.4 करोड़ मे खरीद लिया, हालांकि वो साल वरुण के लिए अच्छा नहीं रहा पर अगले साल फिरसे उनको KKR ने अपनी टीम मे शामिल कर लिया और आज वरुण KKR की टीम के प्रमुख गेंदबाज माने जाते है।
Champions Trophy 2025: वरुण की मिस्ट्री का इम्तिहान
Champions Trophy 2025 इस बार पाकिस्तान मे खेला गया, हालांकि भारत के सभी मैच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम मे खेले गए थे। दुबई स्टेडियम की कन्डिशन को ध्यान मे रखते हुए भारत ने अपनी टीम मे 4 बेहतरीन स्पिनर को शामिल किए थे जिनमे से एक थे Varun Chakravarthy जिन पर सभी भारतीय फेन्स की नजरे थी। Varun Chakravarthy ने IND vs NZ के पहले ही मैच मे 5 विकेट्स ले कर सबको प्रभावित किया। वरुण ने पूरे टूर्नामेंट मे 4.53 की औसत से 9 विकेट्स ले कर शानदार प्रदर्शन किया
क्या आप भी सपने देखना पसंद करते है?
दोस्तों, इस कहानी का सीधा मतलब है की अगर आप भी जीवन मे कुछ हासिल करना चाहते है तो चाहे कितनी भी मुश्कीलें क्यों न आए आपको रुकना नहीं हैं बस हौसला रख कर चलते रहना है एक दिन आपको भी सफलता जरूर मिलेंगी।